स्थानीय नीति को लेकर पूरा राज्य अवगत है। यह विषय हमेशा राज्य में राजनीतिक केंद्र बिंदु बनता है। राज्य गठन के 20 साल हो गए। 1932 की मांग को लेकर तत्कालीन सरकार ने स्थानीय नीति बनाई थी। इसके बाद राज्य में क्या स्थिति बनी सभी जानते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोर
डॉ. विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि मैंने चुनाव जीतने से पूर्व यह वादा किया था कि मैं लोगों को कष्ट नहीं होने दूंगा। यहां आए दिन जाम लग जाता था। छात्रों, नौकरीपेशा लोगों, किसानों को काफी कठिनाई होती थी
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। हेमंत सोरेन ने गृह मंत्रालय से मांग की है कि यूक्रेन में फंसे झारखंडी छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री से अपील की है कि यूक्रेन में युद्ध जैसे हाल
सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट बैठक में 35 प्रस्ताव मंजूर किये गए हैं। जिसमें पंचायत चुनाव पर सहमति समेत बिजली बिल में सब्सिडी से संबंधित बातों पर भी स्वीकृति मिल गई है। इस खबर में बिंदुवार समझिये सभी 35 प्रस्ताव के बारे में।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में नाबार्ड द्वारा आयोजित स्टेट क्रेडिट सेमिनार 2022-2023 में अपने संबोधन में कहीं।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जनता से सीधा संवाद करने में यक़ीन रखते हैं। आज वह साहिबगंज जिले के पतना प्रखंड स्थित धरमपुर में आम लोगों से मिले। उनकी समस्याओं से रूबरू हुए।
झारखंड में आदिम जनजाति (पीटीजी) की आबादी (जनगणना 2011) 2,92,359 है। इनमें पुरुषों की आबादी 146,814 है, जबकि महिलाओं की संख्या 145,545 है। इनके विकास के लिए हर सरकार वादे-दावे करती रही है। लेकिन धरातल पर विकास की तस्वीरें धुंघली ही दिखलाई पड़ती हैं। हालांकि
झारखंड जगुआर स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सम्मिलित हुए। कहा कि हर जंग जीतकर, हर चुनौती का सफलतापूर्वक सामना कर झारखंड जगुआर 2008 से लेकर आज तक का लम्बा सफर तय करते हुए इस मुकाम पर पहुंचा है। झारखंड जगुआर के गठन से लेकर आज 14 वर्ष का सफ
देश आज स्वतंत्रता संग्राम के महानायक सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती मना रहा है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस अवसर पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर कहा कि आज राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा और समर्पण को याद और सम्मान करने के साथ उनके
राजधानी रांची के रहने वाले एक शख्स ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम एक चिट्ठी लिखी है। शख्स चाहता है कि मुख्यमंत्री उसे उसकी एक किडनी बेचने की अनुमति दें। शख्स अपनी किडनी बेचना चाहता है। सवाल है कि आखिर कोई व्यक्ति अपनी किडनी क्यों बेचना चाहेगा, जबकि ये
झारखंड में कोरोना मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कोरोना मरीजों को मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट दिया जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि किट में एक्सपायरी दवा डालकर दी जा रही है। गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को
झारखंड में लॉकडाउन लगाने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत हेमंत सोरेन के कार्यालय ने अहम ट्वीट किया है। ट्वीट में लिखा है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने विभिन्न विभागों से सुझाव मांगे हैं। आपकी सरकार-आपकी सुरक्षा हेतु सभी पहलुओं पर बार